नोट करें इन 5 Large-cap Stocks के नाम, FII और प्रमोटर के पास लगभग 70% तक हिस्सा

Sumit Patel

क्या आप जानते हैं कि कुछ बड़ी कंपनियों में आम निवेशकों (रिटेल इन्वेस्टर्स) का हिस्सा बहुत कम होता है? इन कंपनियों के शेयर ज्यादातर प्रमोटर्स, विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs), और घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) के पास होते हैं। आज हम ऐसी 5 बड़ी कंपनियों (मार्च 2025 के डेटा के अनुसार) के बारे में जानेंगे, जहाँ पब्लिक का हिस्सा 5% से भी कम है।

Note Names Of 5 Large Cap Stocks

पब्लिक होल्डिंग का मतलब है कंपनी के शेयरों का वह हिस्सा जो आम निवेशकों के पास होता है। अगर पब्लिक होल्डिंग कम है, तो इसका मतलब है कि बड़े निवेशकों को कंपनी पर भरोसा है और वे इसे स्थिर और विकासशील मानते हैं।

1. मैक्रोटेक डेवलपर्स लिमिटेड

  • मार्केट कैप: ₹1,30,081 करोड़
  • शेयर कीमत: ₹1,303.90 (0.13% की बढ़त)
  • पब्लिक होल्डिंग: 1.04%
  • प्रमोटर्स: 71.94% | FIIs: 24.64% | DIIs: 2.36%

कंपनी का कारोबार:
लोधा ब्रांड के नाम से मशहूर यह कंपनी लग्जरी होम्स, कमर्शियल स्पेस और इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट्स बनाती है। मुंबई के कई बड़े प्रोजेक्ट्स इसके पोर्टफोलियो में शामिल हैं।

खास बात:
प्रमोटर्स का बड़ा हिस्सा दिखाता है कि उन्हें अपनी कंपनी पर पूरा भरोसा है। FIIs ने भी भारी निवेश किया हुआ है।

2. भारती एयरटेल लिमिटेड

  • मार्केट कैप: ₹10,80,948 करोड़
  • शेयर कीमत: ₹1,899 (0.16% की बढ़त)
  • पब्लिक होल्डिंग: 2.75%
  • प्रमोटर्स: 52.42% | FIIs: 25.41% | DIIs: 19.23%

कंपनी का कारोबार:
5G, ब्रॉडबैंड, डिजिटल टीवी और क्लाउड सर्विसेज के जरिए एयरटेल अब सिर्फ एक टेलीकॉम कंपनी नहीं, बल्कि डिजिटल लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुकी है।

खास बात:
जिओ के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद, FIIs और DIIs का बड़ा निवेश दिखाता है कि यह शेयर लॉन्ग-टर्म में मजबूत स्थिति में है।

3. मैनकाइंड फार्मा लिमिटेड

  • मार्केट कैप: ₹1,00,875 करोड़
  • शेयर कीमत: ₹2,445 (0.62% की बढ़त)
  • पब्लिक होल्डिंग: 2.89%
  • प्रमोटर्स: 72.70% | FIIs: 12.92% | DIIs: 11.47%

कंपनी का कारोबार:
मैनफोर्स कंडोम्स, एंटीबायोटिक्स, हार्ट की दवाइयों से लेकर सेक्सुअल वेलनेस प्रोडक्ट्स तक, यह कंपनी हेल्थकेयर के हर सेगमेंट में मौजूद है।

खास बात:
प्रमोटर्स का 72% से अधिक हिस्सा दिखाता है कि कंपनी पर उनका पूरा कंट्रोल है और ग्रोथ उनकी प्राथमिकता है।

4. मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड

  • मार्केट कैप: ₹3,93,201 करोड़
  • शेयर कीमत: ₹12,506.30 (0.97% की गिरावट)
  • पब्लिक होल्डिंग: 3.12%
  • प्रमोटर्स: 58.28% | FIIs: 14.96% | DIIs: 23.56%

कंपनी का कारोबार:
स्विफ्ट, बैलेनो, ब्रेज़ा जैसी गाड़ियों के बिना भारतीय सड़कों की कल्पना भी नहीं की जा सकती। मारुति सुजुकी ने भारत में कार कल्चर को नया आयाम दिया है।

खास बात:
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) में एंट्री और पेट्रोल-डीजल कारों पर मजबूत पकड़ के साथ, DIIs का बड़ा निवेश कंपनी में विश्वास दिखाता है।

5. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)

  • मार्केट कैप: ₹12,53,016 करोड़
  • शेयर कीमत: ₹3,463.20 (0.52% की बढ़त)
  • पब्लिक होल्डिंग: 4.63%
  • प्रमोटर्स: 71.77% | FIIs: 12.04% | DIIs: 11.49%

कंपनी का कारोबार:
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी सर्विसेज के जरिए TCS दुनियाभर के क्लाइंट्स को टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन्स मुहैया कराती है।

खास बात:
टाटा ग्रुप के मजबूत बैकअप और लगातार अच्छे परफॉर्मेंस की वजह से प्रमोटर्स का कंट्रोल मजबूत है।

संक्षेप में जानकारी

कंपनीपब्लिक होल्डिंगप्रमोटर्सFIIsDIIs
मैक्रोटेक1.04%71.94%24.64%2.36%
भारती एयरटेल2.75%52.42%25.41%19.23%
मैनकाइंड फार्मा2.89%72.70%12.92%11.47%
मारुति सुजुकी3.12%58.28%14.96%23.56%
TCS4.63%71.77%12.04%11.49%

मुख्य बातें

  • कम पब्लिक होल्डिंग का मतलब है कि बड़े निवेशकों का दबदबा है।
  • प्रमोटर्स का ज्यादा हिस्सा दिखाता है कि उन्हें कंपनी पर भरोसा है।
  • FII और DII का निवेश कंपनी के मजबूत फंडामेंटल्स को दर्शाता है।

Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Dhan Pedia" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।

   
           
   
               
           

    

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