अगर आप शेयर बाजार के रुझानों पर नजर रखते हैं, तो आपने देखा होगा कि FIIs अब भारत के रक्षा क्षेत्र (Defence Sector) में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। ऐसा क्यों? क्योंकि भारत अब सिर्फ रक्षा आयात पर निर्भर नहीं, बल्कि “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” के जरिए अपने रक्षा उपकरण खुद बना रहा है। FIIs को लग रहा है कि यह सेक्टर लंबी अवधि में मजबूत रिटर्न दे सकता है।

FIIs भारतीय रक्षा शेयरों में क्यों निवेश कर रहे हैं?
- सरकार का पूरा समर्थन – मोदी सरकार ने रक्षा निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां लागू की हैं। बजट में भी रक्षा क्षेत्र को मिलने वाली फंडिंग लगातार बढ़ रही है।
- रक्षा ऑर्डर में उछाल – भारतीय नौसेना, वायुसेना और थलसेना अब स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दे रही हैं, जिससे रक्षा कंपनियों का राजस्व बढ़ रहा है।
- मजबूत वित्तीय प्रदर्शन – रक्षा PSUs और प्राइवेट कंपनियों दोनों ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, जिससे FIIs का भरोसा बढ़ा है।
Top 4 Defence Stock
कंपनी | FII होल्डिंग (मार्च 2024) | FII होल्डिंग (मार्च 2025) | सालाना वृद्धि (%) |
---|---|---|---|
पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक | 0.13% | 5.24% | 3,930.7% |
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स | 3.26% | 3.85% | 18% |
सिका इंटरप्लांट सिस्टम्स | 2.64% | 3.11% | 17.8% |
भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) | 2.95% | 3.25% | 10.1% |
1. पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजी
यह कंपनी इन्फ्रारेड ऑप्टिक्स, डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स और हेवी इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस में माहिर है। खास बात यह है कि पारस डिफेंस स्पेस एप्लीकेशन्स के लिए इन्फ्रारेड ऑप्टिक्स का एकमात्र भारतीय सप्लायर है! FIIs ने इसमें अपना हिस्सा 3,930% से ज्यादा बढ़ा दिया, जो भविष्य की ग्रोथ का एक मजबूत संकेत है।
2. गार्डन रीच शिपबिल्डर्स (GRSE)
GRSE भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड के लिए एडवांस्ड वॉरशिप्स बनाती है। स्वदेशीकरण और नवाचार पर फोकस के साथ, इस कंपनी ने FIIs को आकर्षित किया है, जिन्होंने अपना हिस्सा 18% बढ़ाया है।
3. सिका इंटरप्लांट सिस्टम्स
यह कंपनी एयरोनॉटिक्स, डिफेंस और स्पेस सेक्टर के लिए हाई-टेक सॉल्यूशंस प्रदान करती है। FIIs ने इसमें 17.8% हिस्सेदारी बढ़ाई है, जो दिखाता है कि ग्लोबल निवेशक इसकी ग्रोथ क्षमता पर भरोसा कर रहे हैं।
4. भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL)
BDL, गाइडेड मिसाइल सिस्टम्स और अंडरवाटर वेपन्स का प्रमुख निर्माता है। सरकारी रक्षा परियोजनाओं के चलते, FIIs ने इसमें भी 10% से ज्यादा हिस्सेदारी बढ़ाई है।
क्या यह अगला मल्टीबैगर सेक्टर है?
अगर आप लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर हैं, तो डिफेंस स्टॉक्स आपके पोर्टफोलियो का हिस्सा हो सकते हैं। मेक इन इंडिया, बढ़ते रक्षा निर्यात और सरकारी ठेके इस सेक्टर को अगले स्तर पर ले जा सकते हैं। FIIs की बढ़ती दिलचस्पी इस बात का सबूत है कि भारत का रक्षा क्षेत्र अब ग्लोबल स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार है।
अंतिम सुझाव
डिफेंस स्टॉक्स अभी भी अंडरवैल्यूड लगते हैं, लेकिन FIIs के बढ़ते निवेश से साफ है कि ये कंपनियां भविष्य में मल्टीबैगर रिटर्न दे सकती हैं। तो, अगर आप रिस्क लेने को तैयार हैं, तो इन स्टॉक्स पर रिसर्च करके एक मजबूत स्ट्रैटेजी बना सकते हैं।
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